अष्टम भाव में शनि का प्रभाव और उपाय  with in English

अष्टम भाव में शनि का प्रभाव और उपाय with in English


अष्टम भाव में शनि का प्रभाव
1.        अष्टम भाव में शनि हो तो आदमी बंधु तथा परिवार से बैरभाव रखता है ।
2.       अष्टम भाव का शनि हो तो  व्यक्ति को लंबी उम्र प्राप्त करता है ।
3.       अष्टम भाव में शनि हो तो व्यक्ति घर से दूर रहकर आजीविका प्राप्ति में कष्टरत रहता है ।
4.       ऐसे व्यक्ति को परिवार से विशेष प्यार नहीं मिलता ।
5.       यदि शनि क्षीण होता है तो चोरी के इल्जाम में पकड़ा जाता है । या इस व्यक्ति पर झूठा मुकदमा चलता है ।
6.       कई बार व्यक्ति को गलतफहमियों के कारण इसे बुरा समझ लिया जाता है ।
7.       अष्टम भाव में शनि हो तो व्यक्ति कई बार अच्छे – बुरे का ध्यान नहीं रखता ।
8.       वह विवेकवान व्यक्तियों के निकट नहीं रहता  ।
9.       स्वदेश से परे रहकर वो कष्ट भोगता है ।
10.   तुला , मकर , और कुम्भ राशि का शनि अष्टम भाव में वैवाहिक संबंध से धन लाभ कराता है ।
11.   अष्टम भाव के शनि से संभव है की व्यक्ति को मृत्यु का पूर्वाभास हो जाए ।
12.   व्यक्ति 75 वर्ष का जीवन भोगता है , निम्न स्त्री सहवासी एवं आजीविका पीड़ित होता है ।

अष्टम भाव में शनि के लाल किताब क उपाय
·         गले में चाँदी की चेन धारण करें ।
·         शराब का त्याग करे और मांसाहार भी न करे ।
·         शनिवार के दिन आठ किलो उड़द बहती नदी में प्रवाहित करें । उड़द काले कपड़े में बांध कर ले जाएँ और बंधन खोल कर ही प्रबहित करें ।
·         सोमवार के दिन चावल का दान करना आपके लिए उत्तम हैं ।
·         काला कुत्ता पालें और उसका पूरा ध्यान रखें ।


IN ENGLISH  


                                                VIII Influence of Saturn in the sense


1. VIII, the man sat in the sense of brotherhood and family is malice

2. VIII Sat sense if the person receives longevity.
3. VIII sense if Saturn is Kshtrt in receipt of a living person being away from home.
4. A person does not love the family special.
5. If Saturn is weak has been arrested on charges of breaking and entering. Or the person that runs a false case.
6. Many times the person because of misunderstandings, it is considered bad.
7. VIII house several times, then sat in the sheep and goats do not care.
8. He is not near Vivekwan individuals.
9. Home beyond the suffering she is staying.
10. Libra, Capricorn, Aquarius and the Sun VIII funds benefit from marriage makes sense.
11. VIII expressions Saturn is a precursor to the possible death of the person.

12. Person indulges a life of 75 years, the female partner and career would suffer.





                         Saturn's Red Book VIII of the measure in the sense

• Hold the neck a silver chain.
• to give up alcohol and not to eat meat.
• Saturday to eight-pound black flowing river. Black in black clothes to pack and move and loose the same Prabhit.
• Monday to donate rice are good for you
.• black dog a lot, and take care of her.








ईश्वरीय कृपा से धन

ईश्वरीय कृपा से धन

NO - 1

आप अपने निवास स्थान में उत्तर-पूर्व दिशा में एक साफ़ जगह पर स्थान चुन लीजिये,उस स्थान को गंदगी आदि से मुक्त कर लीजिये,फ़िर एक साफ़ लकडी का पाटा उस स्थान पर रख लीजिये,और एक चमेली के तेल की सीसी,पचास मोमबत्ती सफ़ेद और पचास मोमबत्ती हरी और एक माचिस लाकर रख लीजिये। अपना एक समय चुन लीजिये जिस समय आप जरूर फ़्री रहते हों,उस समय में आप घडी मिलाकर ईश्वर से धन प्राप्त करने के उपाय करना शुरु कर दीजिये। पाटे को पानी और किसी साफ़ कपडे से साफ़ करिये,एक हरी मोमबत्ती और एक सफ़ेद मोमबत्ती दोनो को चमेली के तेल में डुबोकर नहला लीजिये,दोनो को एक माचिस की तीली जलाकर उनके पैंदे को गर्म करने के बाद एक दूसरे से नौ इंच की दूरी पर बायीं (लेफ़्ट) तरफ़ हरी मोमबत्ती और दाहिनी (राइट) तरफ़ सफ़ेद मोमबत्ती पाटे पर चिपका दीजिये। दुबारा से माचिस की तीली जलाकर पहले हरी मोमबत्ती को और फ़िर सफ़ेद मोमबत्ती को जला दीजिये,दोनो मोमबत्तिओं को देखकर मानसिक रूप से प्रार्थना कीजिये "हे धन के देवता कुबेर ! मुझे धन की अमुक (जिस काम के लिये धन की जरूरत हो उसका नाम) काम के लिये जरूरत है,मुझे ईमानदारी से धन को प्राप्त करने में सहायता कीजिये",और प्रार्थना करने के बाद मोमबत्ती को जलता हुआ छोड कर अपने काम में लग जाइये। दूसरे दिन अगर मोमबत्ती पूरी जल गयी है,तो उस जले हुये मोम को वहीं पर लगा रहने दें,और नही जली है तो वैसी ही रहने दें,दूसरी मोमबत्तियों को पहले दिन की तरह से ले लीजिये,और पहले जली हुयी मोमबत्तियों से एक दूसरी के नजदीक लगाकर जलाकर पहले दिन की तरह से वही प्रार्थना करिये,इस तरह से धीरे धीरे मोमबत्तिया एक दूसरे की पास आती चलीं जायेगी,जितनी ही मोमबत्तियां पास आती जायेंगी,धन आने का साधन बनता चला जायेगा,और जैसे ही दोनो मोमबत्तियां आपस में सटकर जलेंगी,धन प्राप्त हो जायेगा। जब धन प्राप्त हो जाये तो पास के किसी धार्मिक स्थान पर या पास की किसी बहती नदी में उस मोमबत्तियों के पिघले मोम को लेजाकर श्रद्धा से रख आइये या बहा दीजिये,जो भी श्रद्धा बने गरीबों को दान कर दीजिये,ध्यान रखिये इस प्रकार से प्राप्त धन को किसी प्रकार के गलत काम में मत प्रयोग करिये,अन्यथा दुबारा से धन नही आयेगा।


NO – 2

दूसरे प्रकार के उपाय में कुछ धन पहले खर्च करना पडता है,इस उपाय के लिये आपको जो भी मुद्रा आपके यहां चलती है आप ले लीजिये जैसे रुपया चलता है तो दस दस के पांच नोट ले लीजिये डालर चलता है तो पांच डालर ले लीजिये आदि। बाजार से पांच नगीने जैसे गोमेद एमेथिस्ट जेड सुनहला गारनेट ले लीजिये,यह नगीने सस्ते ही आते है,साथ ही बाजार से समुद्री नमक भी लेते आइये। यह उपाय गुरुवार से शुरु करना है,अपने घर मे अन्दर एक ऐसी जगह को देखिये जहां पर लगातार सूर्य की रोशनी कम से कम तीन घंटे रहती हो,एक पोलीथिन के ऊपर पहले पांच नोट रखिये,उनके ऊपर एक एक नगीना रख दीजिये,और उन नगीनो तथा नोटों पर समुद्री नमक पीस कर थोडा थोडा छिडक दीजिये और उन्हे सूर्य की रोशनी में लगातार तीन घंटे के लिये छोड दीजिये। तीन घंटे बाद उन नोटों और नगीनों को समुद्री नमक को उसी पोलीथीन पर पर साफ़ कर लीजिये,और उस पोलीथिन वाले नमक को अपने घर के मुख्य दरवाजे पर डाल दीजिये,उन नगीनों और नोटों को अपने पर्स में रख लीजिये,अगर कोई तुम्हारा जान पहिचान का या कोई रिस्तेदार तुम्हारे पास आता है तो उसे एक नगीना कोई सा भी उसी गुरुवार को यह कहकर दीजिये कि यह नगीना भाग्य बढाने वाला है,और एक नोट उनमें से किसी बच्चे को बिस्कुट लाने के लिये या किसी प्रकार बिल चुकाने के काम में उसी दिन ले लीजिये,दूसरे गुरुवार को दूसरा नगीना किसी को फ़िर दान कर दीजिये और एक नोट किसी बच्चे या किसी प्रकार के घरेलू खर्चे में खर्च कर दीजिये,यही क्रम लगातार चार गुरुवार तक करना है,पांचवे गुरुवार को बचा हुआ एक नगीना और नोट अपनी तिजोरी या धन रखने वाले स्थान में रख लीजिये,आपके पास लगातार धन का प्रवाह शुरु हो जायेगा,उस धन में से 3% दान करते रहिये,जब तक वह नगीना और नोट आपके पास रहेगा,धन की कमी नही आ सकती है।


NO - 3


अधिकतर मामलों में व्यापार करते हुये धन की कमी होती है,लगातार प्रतिस्पर्धा के कारण लोग व्यवसाय को काटते है,और ग्राहकों को अपनी तरफ़ आकर्षित करते है,अपनी बिजनिस बढाने के लिये तांत्रिक उपाय करते है,और उन तांत्रिक उपायों को करने के बाद खुद तो उल्टा सीधा कमाते है,लेकिन अपने सामने वाले को भी बरबाद करते है तथा कुछ दिनों में उनके द्वारा किये गये तांत्रिक उपायों का असर खत्म हो जाने पर दिवालिया बन कर घूमने लगते है। अपने व्यवसाय स्थल से नकारात्मक ऊर्जा को हटाने और ग्राहकी बढाने का तरीका आपको बता रहा हूँ, इस तरीके को प्रयोग करने के बाद आप खुद ही महसूस करने लगेंगे ।
सोमवार के दिन किसी नगीने बेचने वाले से तीन गारनेट के नग खरीदकर लाइये,और रात को उन्हे किसी साफ़ कांच के बर्तन में पानी में डुबोकर खुले स्थान में रख दीजिये,उन नगों को लगातार नौ दिन तक यानी अगले मंगलवार तक उसी स्थान पर रखा रहने दीजिये,और मंगलवार की शाम को उन नगीनों को मय उस पानी के उठा लीजिये,बुधवार को उस पानी से नगीनों को अपने व्यवसाय वाले स्थान पर निकाल लीजिये और पानी को व्यवसाय स्थान के सभी कोनों और अन्धेरी जगह पर कैस काउन्टर और टेबिल ड्रावर के अन्दर छिडक दीजिये,तथा उन नगीनों को (तीनों को) अपनी टेबिल पर सजाकर सामने रख लीजिये,इस प्रकार से आपके व्यापारिक स्थान की नकारात्मक ऊर्जा बाहर चली जायेगी,और सकारात्मक ऊर्जा आने लगेगी । नगीनों को सम्भाल कर रखे,जिससे कोई उन्हे ले न जा सके।


NO – 4

बच्चे को सही रास्ते पर ले जाने के लिये वैदिक रूप से कुछ उपाय बताये गये है,उनको आप लोगों के लिये लिख रहा हूँ।
 रात को सोते समय बच्चे के सिरहाने उसकी दाहिनी तरफ़ पानी का एक लोटा या गिलास रखना चाहिये,जिससे रात को सोते समय कुविचार उसके सुषुप्त मस्तिक पर असर नही दे पायें।
 बच्चे के जगने पर उसके पास जरूर उपस्थित रहें,जितना बच्चा जगने के बाद आपको देखेगा,उतना ही वह दिन भर आपकी तस्वीर को वह अपने दिमाग में रखेगा,अधिक समय तक आपको अपने सामने पाने पर वह कभी आपको अलग नही कर पायेगा,और गल्ती करने पर आपकी ही तस्वीर उसके दिमाग में आकर उसे गलत काम से रोकेगी।
बच्चे को अपने हाथ से खाना परोसना चाहिये,बनाया चाहे किसी ने भी हो,उसे बच्चे की रुचि के अनुसार अगर आपके हाथ से परोसा गया है तो वह उसके शरीर में उसी तरह से लगेगा जिस प्रकार से बचपन में माँ का दूध लगता है।
 बच्चे को दूसरों की नजर जरूर लगती है,चाहे वह अपने ही घर वालों की क्यों न हो,शाम को बच्चा जब बिस्तर पर सोने जाये तो एक पत्थर को बच्चे के ऊपर से ओसारा करने के बाद किसी पानी से धोकर एक नियत स्थान पर रख देना चाहिये,जिस दिन खतरनाक नजर लगी होगी या कोई बीमारी परेशान करने वाली होगी,वह पत्थर अपने स्थान पर नही मिलेगा,अथवा टूटा मिलेगा।

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सप्तम भाव में शनि का प्रभाव और उपाय With English

सप्तम भाव में शनि का प्रभाव और उपाय With English



  1.       सातवें भाव में शनि होतो आदमी कोई भी कार्य शुरू करने के बाद हिम्मत नहीं हारता और धन स्थायी रहता है ।
  2.       जिस व्यक्ति के सप्तम भाव में शनि होता है वह स्त्री सुख से वंचित रहता है । यदि शनि निर्बल हो या सप्तम भाव पर शुभ स्थानों पर बैठे शुभ ग्रहों की द्रष्टि हो तो कुछ पत्नी सुख प्राप्त होता है , परंतु फिर भी पत्नी के कारण कलहा बनी रहेगी तथा वह दाम्पत्य जीवन का पूर्ण आनंद न उठा सकेगा ।
  3.       सप्तम भाव में शनि हो तो व्यक्ति कठोर ह्रदय और राजनीति में अच्छा होता है , परंतु यह सुख एकांगी ही कहा जा सकता है ।
  4.       सप्तम भाव में शनि होतो व्यक्ति के लिए यात्रा करना भी कष्टदायक हो सकता है । 
  5.       व्यक्ति को न्यायालय एवं राज्य से निराशा प्राप्त होती है
  6.       प्रबल शनि सप्तम भाव में पत्नी से संपत्ति प्रदान करता है , स्थायी वैभव भी संभव है ।
  7.       ऐसा शनि स्त्री की कुंडली में होतो उसका विवहा विधुर , आयु में बड़े एवं संपत्तिवान व्यक्ति से होता है ।
  8.       मिथुन , कन्या , धनु , मीन राशि का शनि सप्तम भाव में ज्योतिष , अध्यापन , सम्पादन , गणित , मुद्रण के क्षेत्र में सहायक होता है ।
  9.       बाल्यावस्था में माता अथवा पिता का देहांत होता है , व्यक्ति गोद भी लिया जा सकता है ।
  10.   52 से 55वें वर्ष में धर्मपत्नी से विछोह संभव है ।




सप्तम भाव में शनि के लाल किताब के उपाय

1.   पराई स्त्री से अवैध संबंध कदापि न बनाएँ ।
2.   हर शनिवार के दिन काली गाय को घी से चुपड़ी हुई रोटी नियमित रूप से खिलाएँ ।
3.   शनि यंत्र धारण करें ।
4.   मिट्टी के पात्र में शहद भरकर खेत में मिट्टी के नीचे दबाएँ । खेत की जगह बगीचे में भी दबा सकते हैं ।
5.   अपने हाथ में घोड़े की नाल का शनि छल्ला धारण करें ।


           IN ENGLISH 
1. Seventh sense of operations since the Saturn Hoto man dare not lose any money and is sustainable.2. The person who sat in the seventh house is the woman is deprived of happiness.
3. If Saturn in seventh house person's hardened heart and is good in politics, but it may well be called one-sided.4. Hoto person to visit Saturn in seventh house can also be painful.5. People get disappointed with the Court and state6. Strong Saturn in seventh house wife, the property provides permanent wealth is possible.7. A woman's horoscope Saturn Vivha Hoto her widower, Age and property a person is8. Gemini, Virgo, Sagittarius, Saturn in Pisces in the seventh house astrology, teaching, editing, math, helps in the printing sector.9. Early childhood is the mother or father died, the person may also be adopted.10.52 in the 55 th year, wife of the Vicoh possible.



Measures in the seventh house Saturn's Red Book1. Adulterous woman never sleep create. 2. Every Saturday black bread smeared with cow ghee Feed regularly.3. Sat Hold equipment.4. Ceramics honey in the filling, press down on the farm soil. Field can also press the space in the garden.5. Your hand holding the horseshoe to the Saturn ring.




VII of the influence of Saturn in the sense

VII of the influence of Saturn in the sense

                                                                                        

1. Saturn in the horoscope, the person in the Sun VI to a diet that is rich and arrogant to destroy your enemies.2. Thieves and enemies can not damage him.3. Is fond of good food and a longing for food is delicious.4. Courage, valor, to abide and imagination is the very amount.5. Employees under it are not profitable for6. Jataka betrayed by friends to eat.7. Tue Unless Saturn is the sixth sense with the Hoto abdominal surgery.8. Rahu and Saturn in the horoscope of a woman makes Hoto hysteria diseases.9. Fame and glory of these two individuals have the luxury of just one.10. Saturn of low amounts of low quality and the amount of enemies creates enemies of Saturn itself is destroyed.




 
Saturn's Red Book VII of the measure in the sense• leather shoes, bags, briefcase, etc. Do not use.• Saturday to fast.• four coconut Pani flow to the flow. Mind you, not in sewage, the result will be exactly the opposite.• Every Saturday black bread smeared with cow ghee Feed regularly. Sun to hold 
षष्ठम भाव में शनि का प्रभाव

षष्ठम भाव में शनि का प्रभाव







1.       यदि जन्मकुंडली में शनि षष्ठम घर में शनि हो तो व्यक्ति बहुत भोजन करने वाला धनी अपने शत्रुओं का नाश करने वाला और अभिमानी होता है ।
2.       चोर एवं शत्रु उसकी कोई क्षति नहीं कर सकते ।
3.       उत्तम भोजन का शौकीन होता है तथा स्वादिष्ट भोजन क लिए लालायित रहता है ।
4.       साहस , वीरता , टिके रहना तथा सूझ – बूझ इसमें बहुत मात्रा में होती है ।
5.       इसके नीचे काम करने वाले कर्मचारी इसके लिए लाभदायक नहीं रहते
6.       जातक को मित्रों की ओर से धोखा खाना पड़ता है ।
7.       यदी शनि मंगल छठे भाव में साथ होतो पेट का ऑपरेशन होता है ।
8.       राहु तथा शनि एक साथ स्त्री की कुंडली में होतो हिस्टीरिया रोग उत्पन्न कर देता है ।
9.       प्रसिद्धि एवं वैभव इन दोनों में से व्यक्ति को केवल एक का सुख प्राप्त होता है ।
10.   नीच राशि का शनि निम्न कोटि के शत्रुओं को उत्पन्न करता हैं और अपनी राशि के  शनि से शत्रु स्वयं नष्ट होते है ।
  

षष्ठम भाव में शनि के लाल किताब के उपाए

  •        चमड़े के जूते , बैग , अटैची आदि का प्रयोग न करें ।
  •   शनिवार का व्रत करें ।
  •   चार नारियल बहते पनि में प्रवाहित करें । ध्यान रहे , गंदे नाले मे नहीं करें , परिणाम बिल्कुल उल्टा होगा ।
  •   हर शनिवार के दिन काली गाय को घी से चुपड़ी हुई रोटी नियमित रूप से खिलाएँ ।
  •      शनि यंत्र धारण करें ।

God every where present: पंचम भाव में शनि का प्रभाव  और उपाय

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