मैंने देखा बहुत सारे लोग फेसबुक ,इंटरनेट पर किसी भी सोशल प्लेटफॉर्म पर एक चीज बहुत खोजते मिलते हैं
कि ऊपरी बाधा को दूर करने का उपाय क्या है, घर के अंदर किसी ऊपरी बाधा को दूर करने का उपाय क्या है,
जादू टोने से बचने का उपाय क्या है I
ऐसे प्रश्न और इन प्रश्नों से मिलते-जुलते प्रश्न देखने पढ़ने को मिले बहुत सारे लोगों ने व्यक्तिगत
रूप से इस बारे में जानना चाहा तो इन्हीं सब चीज को देखते हुए
आज सबके लिए एक उपाय लिखने जा रहा हूं जो बहुत सरलता से घर में किया जा सकता है
और इसका लाभ लिया जा सकता है मात्र आवश्यकता विश्वास मात्र की है ना इसमें बहुत ज्यादा व्यय है
ना बहुत ज्यादा श्रम ना सामग्री ऐसी है जो उपलब्ध ना तो सब चीज सरल है बस आवश्यकता है
आपके दृढ़ विश्वास की है बाकी भगवान दत्तात्रेय तो जीवित देव है जो आज भी
अपने करीब आने वाले हर पीड़ित व्यक्ति की सहायता करने के लिए तत्पर रहते हैं
तो बस करना कुछ नहीं विश्वास रखना है पर विश्वास रखना और विश्वास रखना है
उस उम्मीद पर ही मेरे कष्ट एक दिन ज़रूर दूर होंगे मेरे भी अच्छे दिन आएँगे और वह आते भी ज़रूर है
क्योंकि जीत हमेशा विश्वास और आशा की होती है I
उपाय :- इस उपाय को गुरुवार के दिन किया जाता है क्योंकि यह दिन भगवान दत्तात्रेय काफी दिन माना जाता है
इस दिन इस उपाय को करने से शीघ्र सफलता मिलती है और भगवान दत्तात्रेय का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है
इस उपाय को करने के लिए आपको आक के पत्ते लेने है
जिसको मदार,भी कहा जाता है आक का पौधा अक्सर रोड के किनारे वीरान जगह पर सरलता से प्राप्त हो जाता है
बस आपको इसी के २० - ३० पत्ते सुखा लेने हैं
इस दिन इस उपाय को करने से शीघ्र सफलता मिलती है और भगवान दत्तात्रेय का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है
इस उपाय को करने के लिए आपको आक के पत्ते लेने है
जिसको मदार,भी कहा जाता है आक का पौधा अक्सर रोड के किनारे वीरान जगह पर सरलता से प्राप्त हो जाता है
बस आपको इसी के २० - ३० पत्ते सुखा लेने हैं
गुरुवार को आपको घर में गाय के गोबर से जमीन को लीपना है उसके चारों तरफ गोमूत्र से एक गोला बना लेना है
इस गोले के बीच में कुछ जलती हुई लकड़िया रखकर उनके चारों तरफ 7 बार हाथ घुमाना है
और साथ में ॐ नमो अग्नये नमः “ इस मंत्र का उच्चारण भी करना है.
इस गोले के बीच में कुछ जलती हुई लकड़िया रखकर उनके चारों तरफ 7 बार हाथ घुमाना है
और साथ में ॐ नमो अग्नये नमः “ इस मंत्र का उच्चारण भी करना है.
एक कटोरी में थोड़ा-सा शुद्ध घी साथ में रखना है और एक चम्मच की सहायता से अग्नि में घी की आहुति देते समय
नीचे लिखे मंत्र का उच्चारण करना ऐसे इसकी आहुतियां प्रदान करनी है
नीचे लिखे मंत्र का उच्चारण करना ऐसे इसकी आहुतियां प्रदान करनी है
मंत्र :- " एषपाताल सप्त स्थादैत्यदानव राक्षसाः ।
एषभूतात्मको देवः सूक्ष्मोऽव्यक्तो सनातनः।"
इसके बाद आक के सूखे पत्तों के चुरे को एक चुटकी अग्नि मे डालते हुये नीचे दिये हुये मंत्र बोलना है ।
नीचे कुल 9 मंत्र दिये हर मंत्र की 7 आहुति डाली जायेंगी ।
इसके बाद आक के सूखे पत्तों के चुरे को एक चुटकी अग्नि मे डालते हुये नीचे दिये हुये मंत्र बोलना है ।
नीचे कुल 9 मंत्र दिये हर मंत्र की 7 आहुति डाली जायेंगी ।
१) ॐ नमो आदिनाथाय,
२) ॐ नमो दत्तात्रेयाय,
३) ॐ नमो नवनाथाय,
'४) नमो अर्काय,
५) नमो भूतनाथाये,
६) नमो भैरवनाथाय,
७) ॐ नमो, ऋषिभ्यो,
८) नमो कुलाय,
९) ॐ नमो विष्णवे नमः इसके पत्ते के चुरे की आहुतियाँ डालने से घर मे धुआँ हो जाएगा उस को होने देना है ।
आहुतियाँ समाप्त होने के बाद आप को अग्नि को जब तक नहीं हटाना है
जब तक वो पूरी तरह से अपने आप ठंडी न हो जाये उसके बाद सब उठा कर नाड़ी या तलब मे दाल के आना है
इतना करने मात्र से घर के अंदर जो भी टोना या ऊपरी बाधा होगी वो घर के बाहर चली जाएगी
इस उपाय के अगर समस्या नहीं भी तब भी साल मे एक बार जरूर करना चाहिए जिस से घर मे सुख शांति बनी रहे ।
जय माई की
Replyआपके आशीर्वाद का सदैव आकांक्षी