प्रभाव :-
इस यंत्र के प्रभाव सर्वांगीण उन्नत्ति होती है । धारण करने वाले जातक का कोई बुरा नहीं कर पाता और ना ही बुरा करने की सोच पाता है ।
विधि :-
किसी शुभदिन अष्टगंध की स्याही अनार की कलम से भोजपत्र पर 110 की संख्या में यंत्र लिखें । 108 यंत्र तो आटे की गोलियों में भरकर मछलियों को खिला दें और तांबे या चाँदी ताबीज में बाजू पर धारण करें और गुग्गल की धूप भी दें ।